संवाददाता सुनील तिवारी
कानपुर: सनातन धर्म संस्कृति और पूजा पाठ को लेकर एक विशेष छवि पुरातन काल से ही अलंकृत करता रहा है ! दुनिया मे मोछय के लिए बनारस को एक विशेष स्थान माना गया है लेकिन मोक्ष प्राप्ति के लिए कानपुर स्थित बिठूर भी एक छोटी काशी के नाम से अलग ही पहचान रखता है ! इसी कानपुर में पृथ्वी की दूरी का केंद्र भी बिठूर स्थित ब्रह्म खूंटी को माना जाता है शहर भर में सभी तरह से प्रतिवर्ष मनाया जाने वाला गणेश चतुर्थी महोत्सव अबकी बार अलग ही पहचान के साथ उजागर हुआ है ! सैकड़ो की तादाद में मौजूद भक्त जनों ने गाजे बाजे ढोल नगाड़ों के साथ भक्ति में होकर कई किलोमीटर लंबी शोभायात्रा निकालकर पूरे कानपुर का मन मोह लिया कानपुर के पटेल नगर में गणपति बप्पा विघ्नहर्ता की ऐसी अलौकिक छवि सामने आई है ! जो इससे पहले संपूर्ण भारतवर्ष में नहीं देखी गई भक्त जनों द्वारा भक्ति संगीत के रस में नहा कर सर्वप्रथम पूजे जाने वाले ईस्ट आराध्या गणेश भगवान की प्रतिमा प्रतिमा को रखकर भजन कीर्तन और साधना का एक अलग ही अनुष्ठान किया गया है ! अंग्रेजों के विरुद्ध सर्वप्रथम लोकमान्य तिलक ने गणेश पूजन को करवा कर अंग्रेजों को आजादी के जंग की खुली चुनौती दी गई थी उसके बाद से भारत वर्ष में प्रतिवर्ष गणेश महोत्सव के नाम से मनाया जाने वाला यहां पर हिंदू देवी देवताओं मान्यताओं पर एक विशेष रुचि रखता है पटेल नगर स्थित गणेश पूजन महोत्सव में हजारों की तादाद में पहुंचे भक्तों ने सनातन धर्म को एक अलग पहचान के रूप में उकेरा है पटेल नगर स्थित भव्य पंचमुखी हनुमान मंदिर में गणेश पूजन के कार्यक्रम में प्रमुख रूप से सैकड़ो की तादाद में सनातनी मौजूद रहे